लोगों की भाषा कितनी खाली है
और भावनाएं कितनी जाली हैं
जिस कुत्ते के कत्ल पर लोग नाराज हैं
मारने वालों पर भी बहुत गुस्सा आज हैं
लेकिन गुस्से में गाली और गाली में भी कुत्ता आता है
ये सुनकर मरा हुआ कुत्ता भी वापस खड़ा हो जाता है
और अपने इन सभी हमदर्दों को रो-रोकर समझाता है
कि भैया सुनो अपना गुस्सा अपने लिए रहने दो
खुद और दूसरों को भला ऐसे तो ना कहने दो
‘जिन्होंने ये सब किया है साले कुत्ते की मौत मरेंगे’
‘इस कुकृत्य का हर्जाना वे सारे कुत्ते भरेंगे’
ऐसे तो मैं मरकर भी मर ना पाउंगा
आपकी हमदर्दी में भी गाली बनकर आउंगा
इसलिए आपका ये प्यार सारा यूं मुझे ना चाहिए
निरपराध मार दिया मुझे अच्छे-भले इंसानों ने
और आप हैं कि मारने वालों को कुत्ता कहना चाहिए।
Written by – Raaj Sharma.
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